NIFTY50 24,000 से नीचे, SENSEX में 1,000 अंकों से अधिक की गिरावट: Stock Market Crash December 2024 के 5 मुख्य कारण

भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Crash December 2024) में गुरुवार, 19 दिसंबर 2024 को जोरदार गिरावट देखी गई, जो लगातार चौथे दिन दर्ज की गई है। NIFTY50 और SENSEX दोनों में व्यापक गिरावट दर्ज की गई, जिसमें लगभग सभी सेक्टर्स में बिकवाली का दौर देखा गया।

मुख्य आंकड़े:

  • SENSEX: 958 अंक (1.20%) गिरकर 79,223 पर बंद हुआ।
  • NIFTY50: 246 अंक (1.02%) गिरकर 23,952 पर पहुंचा।
  • शीर्ष नुकसान उठाने वाले शेयर: एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, और जेएसडब्ल्यू स्टील

इस हफ्ते की बिकवाली ने निवेशकों के करीब ₹8 लाख करोड़ का नुकसान किया है, जिससे बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण ₹4,49,65,595 करोड़ पर आ गया है।

आइए जानते हैं इस गिरावट के पीछे के 5 मुख्य कारण:

Stock Market Crash December 2024 : अमेरिकी फेडरल रिजर्व का बदला हुआ दृष्टिकोण

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2025 के लिए अपनी ब्याज दरों में कटौती के दृष्टिकोण में बदलाव किया है, जिसने निवेशकों को परेशान कर दिया:

  • 25 आधार अंकों की कटौती के बाद फेड फंड्स रेट को 4.25%-4.5% के रेंज में सेट किया गया।
  • 2025 का नया अनुमान: ब्याज दर 3.9% तक गिरेगी, जबकि पहले इसे 3.4% अनुमानित किया गया था।
    • प्रभाव: ब्याज दरों में कम कटौती के संकेत ने आर्थिक सुधार पर मंदी की आशंका बढ़ा दी, जिससे वैश्विक बिकवाली शुरू हो गई।

Stock Market Crash December 2024: वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली

फेड की नीति घोषणा के बाद, वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई:

  • वॉल स्ट्रीट:
    • डॉव जोन्स: 1,123 अंक (2.6%) गिरा।
    • नैस्डैक: 716 अंक (3.6%) की गिरावट।
    • एसएंडपी 500: 178 अंक (3%) की गिरावट।
  • एशियाई बाजार:
    • निक्केई: 0.8% नीचे।
    • सीएसआई 300: 0.47% की गिरावट।
    • हैंग सेंग: 1.28% नीचे।

यह रुझान भारतीय बाजारों में भी दिखा और प्रमुख सूचकांकों को नीचे खींच लिया।

Stock Market Crash December 2024 : भारतीय रुपये में रिकॉर्ड गिरावट

भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ₹85.3 के ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया, जिससे बाजार की धारणा और कमजोर हुई:

  • प्रभाव: कमजोर रुपया डॉलर-आधारित निवेशों को भारतीय निवेशों (शेयर बाजार, सोना) की तुलना में अधिक आकर्षक बनाता है।
  • परिणाम: घरेलू शेयर बाजारों पर अधिक दबाव पड़ा।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने इस सप्ताह भारतीय शेयरों में जोरदार बिकवाली की है:

  • सप्ताह की कुल बिकवाली: ₹8,000 करोड़ से अधिक।
  • 18 दिसंबर: अकेले इस दिन ₹1,316.81 करोड़ की बिकवाली।
  • कारण:
    • डॉलर इंडेक्स: दो साल के उच्च स्तर पर पहुंचा।
    • भारतीय शेयरों पर कम रिटर्न के कारण विदेशी निवेशक पीछे हट रहे हैं।

तिमाही आय (Q3) पर अनिश्चितता

आने वाली तिमाही आय को लेकर निवेशक सतर्क हैं:

  • पिछली तिमाही (Q2 FY25):
    • उम्मीद से कम आय।
    • GDP वृद्धि: सितंबर तिमाही में 5.4% तक गिर गई।
  • वर्तमान स्थिति: निवेशक Q3 FY25 के परिणामों से पहले सतर्क हैं, जिससे बाजार में बिकवाली का माहौल है।

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  • Dharmendra Kumar

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