Bishan Singh Bedi: भारतीय क्रिकेट टीम के चट्टान, और स्पिन गेंदबाजी के बादशाह

Bishan Singh Bedi: भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ गेंदबाज ऐसे हुए हैं जिन्होंने अपनी कला के जरिए बल्लेबाजों को सम्मोहित किया है और उनमें से एक थे महान बिशन सिंह बेदी।

उनका नाम लेते ही दिमाग में एक लंबे, छरहरे कद के गेंदबाज की छवि उभरती है, जो अपने चश्मे के पीछे से बल्लेबाजों को तीखी नजरों से घूरता है और फिर गेंद को हवा में जादुई घुमाव देता है।

Bishan सिंह को, जिसे प्यार से बेदी जी भी कहा जाता था, उनका जन्म 1946 में पंजाब के कपोरथला में हुआ था। बचपन से ही क्रिकेट का शौक रखने वाले बेदी ने 1964 में महज 18 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया।

हालांकि, उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिलने में 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा था। 1969 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और वहीं से उनके शानदार करियर का आगाज देखने को हुआ था।

Bishan Singh: Bedi की स्लाइसर स्पिन गेंदबाजी

Bedi को उनकी अविश्वसनीय रूप से सटीक और घातक स्लाइसर स्पिन गेंदबाजी के लिए जाना जाता था। वह गेंद को दोनों तरफ से स्पिन करा सकते थे और बल्लेबाजों को आउट करने के लिए कई तरह के विविधताओं का इस्तेमाल करते थे। उनकी गेंदें अक्सर पिच से धीरे-धीरे उछलकर बल्लेबाजों को भ्रमित करती थीं, जिससे कई बार बल्ले का किनारा भी लग जाता था।

टीम इंडिया के स्तंभ, रिकॉर्ड विजयी 

Bedi ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 67 टेस्ट मैचों में 248 विकेट लिए और 10 वनडे मैचों में 4 विकेट लिए। उन्होंने 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स टेस्ट में 6 विकेट लेकर भारत को यादगार जीत दिलाई थी। इसके अलावा, 1974-75 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में लगातार 9 मैचों में 37 विकेट चटकाकर टेस्ट क्रिकेट का एक खास रिकॉर्ड भी बनाया था। बेदी भारत के कई ऐतिहासिक टेस्ट जीत का हिस्सा रहे और अपने नेतृत्व गुणों के साथ टीम के स्तंभ बनकर खड़े रहे।

स्पिन गेंदबाजी के गुरु बिशन सिंह बेदी 

अपने क्रिकेट खेलने के करियर के बाद, बेदी ने एक सफल कोच और क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने भारतीय स्पिन गेंदबाजों की एक पूरी पीढ़ी को प्रशिक्षित किया, जिसमें अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और नीरातोज सिंह जैसी हस्तियां के अनगिनत नाम शामिल हैं। बेदी को स्पिन गेंदबाजी का एक महान शिक्षक माना जाता है, जिन्होंने युवा गेंदबाजों को गेंद को स्पिन कराने की बारीकियों को समझाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने के लिए तैयार किया।

क्रिकेट जगत से परे व्यक्तित्व

Bedi क्रिकेट के मैदान के अलावा राजनीति और सामाजिक मुद्दों में भी सक्रिय रहे और कितनी बार सामाजिक मुद्दों पर खुल कर अपनी बातो को देश के सामने रखा और इसका परिणाम भी अच्छा देखा गया। वह आम आदमी पार्टी के सदस्य के रूप में 2014 के लोकसभा चुनावों में भी लड़े थे। बेदी अपनी स्पष्टवादी राय और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते थे, जो अक्सर क्रिकेट प्रशासन और सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखते थे। बिशन सिंह बेदी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अविस्मरणीय नाम हैं|

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  • Dharmendra Kumar

    नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम धर्मेंद्र कुमार है। मैंने 2020 में ब्लॉगिंग शुरू की। मेरी पहली वेबसाइट शिक्षा से संबंधित थी। मुझे बचपन से ही जानकारी इकट्ठा करने का बहुत शौक है और यही मेरा जुनून भी है। अब मैं RoyalKhabar की मदद से Latest हर खबर को सरल तरीके से आप तक पहुंचाने के लिए तैयार हूं। धन्यवाद

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